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हरयाना के शायर और अदीब

कुल: 142

उर्दू आलोचना के संस्थापकों में शामिल/महत्वपूर्ण पूर्वाधुनिक शायर/मिजऱ्ा ग़ालिब की जीवनी ‘यादगार-ए-ग़ालिब लिखने के लिए प्रसिद्ध

आधुनिक उर्दू ग़ज़ल के संस्थापकों में से एक। भारत के शहर अंबाला में पैदा हुए और पाकिस्तान चले गए जहाँ बटवारे के दुख दर्द उनकी शायरी का केंद्रीय विषय बन गए।

पाकिस्तान के चर्चित शायर। अपनी ग़ज़ल ' मैं ख़याल हूँ किसी और का ' के लिए मशहूर।

दिल्ली की काव्य परम्परा के अंतिम दौर के शायरों में शामिल, अपने ड्रामे ‘कृष्ण अवतार’ के लिए प्रसिद्ध

लोकप्रिय शायर, रोज़मर्रा के अनुभवों को शायरी बनाने के लिए पहचाने जाते हैं, ख़ूबसूरत नज़्में और ग़ज़लें कहीं

आलोचक व शायर। विख्यात आलोचक सलीम अहमद के समकालीन

गणितज्ञ,दिल्ली कॉलेज में विज्ञान के शिक्षक और पत्रकार

प्रतिष्ठित आधुनिक शायर

प्रकाश फ़िक्री (ज़हीरुल हक़) आधुनिक उर्दू शायरों में विशिष्ट स्थान प्राप्त। सफ़र सितारा और एक ज़रा सी बारिश उनकी किताबें हैं।

हरियाणा के विख्यात शायर

राजेंद्र सिंह/लोकप्रिय शायर/अपनी गज़ल 'वो तो ख़ुश्बू है हर इक सम्त बिखरना है उसे' के लिए मशहूर, जिसे गाया गया है

नई विचार-दिशा देने वाले शायरों में विख्यात।

हरियाणा से सम्बन्ध रखने वाले शायर और पत्रकार. साप्ताहिक ‘पैग़ाम’ के सम्पादक

नई नस्ल के सबसे प्रमुख शायरों में शामिल/उभरते हुए आलोचक

नई नस्ल के अग्रणी शायर

नौजवान शायर और मंच से जुड़े कलाकार

Jashn-e-Rekhta | 13-14-15 December 2024 - Jawaharlal Nehru Stadium , Gate No. 1, New Delhi

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