मुंबई के शायर और अदीब
कुल: 296
हरिवंशराय बच्चन
कृष्ण चंदर
मंटो के समकालिक, प्रगतिशील आंदोलन से सम्बद्ध प्रसिद्ध अफ़साना निगार, रूमानी और यथार्थवादी कहानियां लिखने के लिए मशहूर.
मोहम्मद रफ़ी
अख़्तरुल ईमान
आधुनिक उर्दू नज़्म के संस्थापकों में शामिल। अग्रणी फ़िल्म-संवाद लेखक। फ़िल्म ' वक़्त ' और ' क़ानून ' के संवादों के लिए मशहूर। फ़िल्म 'वक़्त' में उनका संवाद ' जिनके घर शीशे के हों वो दूसरों पर पत्थर नहीं फेंकते ' , आज भी ज़बानों पर
अली सरदार जाफ़री
अग्रणी प्रगतिशील शायरों में शामिल/आलोचक, बुद्धिजीवी और साहित्यिक पत्रिका ‘गुफ़्तुगू’ के संपादक/भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित/उर्दू शायरों पर टीवी सीरियलों के निर्माता
चित्रा सिंह
जाँ निसार अख़्तर
महत्वपूर्ण प्रगतिशील शायर और फ़िल्म गीतकार। फ़िल्म गीतकार जावेद अख़्तर के पिता
मजरूह सुल्तानपुरी
- जन्म : सुल्तानपुर
- निवास : मुंबई
- निधन : मुंबई
भारत के सबसे प्रमुख प्रगतिशील ग़ज़ल-शायर/प्रमुख फि़ल्म गीतकार/दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित
नसीरुद्दीन शाह
निदा फ़ाज़ली
महत्वपूर्ण आधुनिक शायर और फ़िल्म गीतकार। अपनी ग़ज़ल ' कभी किसी को मुकम्मल जहाँ नहीं मिलता ' के लिए प्रसिद्ध
क़ैसर-उल जाफ़री
अपनी ग़ज़ल "दीवारों से मिल कर रोना अच्छा लगता है" , के लिए प्रसिद्ध
रिन्द लखनवी
साहिर लुधियानवी
प्रख्यात प्रगतिशील भारतीय शायर व फ़िल्मी गीतकार/ सामाजिक, आर्थिक व राजनीतिक असमानता के विरुद्ध नज़्मों और गीतों के लिए प्रसिद्ध
शमशाद बेगम
ज़ोए अंसारी
अब्दुल अहद साज़
मुम्बई के प्रख्यात आधुनिक शायर, संजीदा शायरी पसंद करने वालों में लोकप्रिय।
अबदुस्सत्तार दलवी
- निवास : मुंबई
अनूप जलोटा
अज़ीज़ क़ैसी
प्रमुखतम प्रगतीशील शायरों में शामिल / अपनी भावनात्मक तीक्षणता के लिए विख्यात
बल्वंत गार्गी
पंजाबी भाषा के प्रमुख नाटककार, उपन्यासकार और अफ़्साना-निगार
बाक़र मेहदी
प्रमुख आलोचक, अपनी बेबाकी और परम्परा-विरोध के लिए विख्यात
भूपिंदर सिंह
छाया गांगुली
एजाज़ सिद्दीक़ी
प्रतिष्ठित साहित्यिक पत्रकार और शयार जिन्होंने "शायर" जैसी साहित्यिक पत्रिका का संपादन किया
हबीब तनवीर
आधुनिक भारतीय रंग-मंच के अग्रणी हस्ताक्षरों में शामिल। अपने नाटक 'आगरा बाज़ार ' के लिए प्रसिद्ध
हामिद इक़बाल सिद्दीक़ी
हसरत जयपुरी
फ़िल्म गीतकार। राजकपूर के साथ गहरे संबंधों के लिए प्रसिद्ध
जमील मुरस्सापुरी
जावेद अख़्तर
बॉलीवुड स्क्रिप्ट-लेखक, गीतकार और शायर। 'शोले' व 'दीवार' जैसी फ़िल्मों के लिए प्रसिद्ध
जावेद नदीम
कफ़ील आज़र अमरोहवी
फ़िल्म गीतकार, अपनी नज़्म 'बात निकलेगी तो फिर दूर तलक जाएगी' के लिए प्रसिद्ध, जिसे जगजीत सिंह ने आवाज़ दी थी।
कुंदन लाल सहगल
महेन्द्र कपूर
मीना कुमारी नाज़
फ़िल्म तारिका जिन्हें ' ट्रैजिडी क्वीन ' कहा जाता है। ' तन्हा चाँद ' उनकी शायरी का संग्रह है