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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

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अहमद हमदानी

1927 - 2015 | कराची, पाकिस्तान

शायर व आलोचक, इकबाल के चिन्तन और उनके फ़न पर अपनी आलोचनात्मक किताब के लिए प्रसिद्ध

शायर व आलोचक, इकबाल के चिन्तन और उनके फ़न पर अपनी आलोचनात्मक किताब के लिए प्रसिद्ध

अहमद हमदानी के वीडियो

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वीडियो का सेक्शन
शायर अपना कलाम पढ़ते हुए
ये वफ़ाएँ सारी धोके फिर ये धोके भी कहाँ

अहमद हमदानी

चाँद ओझल हो गया हर इक सितारा बुझ गया

अहमद हमदानी

मुँह अँधेरे घर से निकले फिर थे हंगामे बहुत

अहमद हमदानी

ये वफ़ाएँ सारी धोके फिर ये धोके भी कहाँ

अहमद हमदानी

शायर अपना कलाम पढ़ते हुए

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