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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

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Akhlaq Ahmad Ahan's Photo'

अख़लाक़ अहमद आहन

1974 | दिल्ली, भारत

शोधकर्ता और शायर, अपनी नज़्म "सोचने पे पहरा है" के लिए मशहूर/ प्रोफ़ेसर जेएनयू

शोधकर्ता और शायर, अपनी नज़्म "सोचने पे पहरा है" के लिए मशहूर/ प्रोफ़ेसर जेएनयू

अख़लाक़ अहमद आहन के वीडियो

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वीडियो का सेक्शन
शायर अपना कलाम पढ़ते हुए

अख़लाक़ अहमद आहन

अकेले अकेले ही पा ली रिहाई

अख़लाक़ अहमद आहन

तिरी आश्नाई से तेरी रज़ा तक

अख़लाक़ अहमद आहन

शायर अपना कलाम पढ़ते हुए

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