Font by Mehr Nastaliq Web

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

अज़ीज़ फ़ैसल

नज़्म 1

 

अशआर 20

इश्क़ में ये तफ़रक़ा-बाज़ी बहुत मायूब है

प्यार को शीआ वहाबी और सुन्नी मत समझ

  • शेयर कीजिए

कितनी मज़ाहिया है ये बोतल के जिन की बात

आक़ा अब इंक़लाब है दो चार दिन की बात

  • शेयर कीजिए

ये क़ानून काम आया था राँझे के ज़रा सा भी

उसी को भैंस मिलती है हो जिस के हाथ में लाठी

  • शेयर कीजिए

वे बालों में कलर लगवा चुका है

ये धोका पाँच सौ में खा चुका है

  • शेयर कीजिए

वो अफ़तारी से पहले चखते चखते

खुजूरें और पकौड़े खा चुका है

  • शेयर कीजिए

हास्य शायरी 3

 

क़ितआ 3

 

Recitation

Jashn-e-Rekhta | 13-14-15 December 2024 - Jawaharlal Nehru Stadium , Gate No. 1, New Delhi

Get Tickets
बोलिए