Font by Mehr Nastaliq Web

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर
Hasrat Mohani's Photo'

हसरत मोहानी

1878 - 1951 | दिल्ली, भारत

स्वतंत्रता सेनानी और संविधान सभा के सदस्य। ' इंक़िलाब ज़िन्दाबाद ' का नारा दिया। कृष्ण भक्त , अपनी ग़ज़ल ' चुपके चुपके, रात दिन आँसू बहाना याद है ' के लिए प्रसिद्ध

स्वतंत्रता सेनानी और संविधान सभा के सदस्य। ' इंक़िलाब ज़िन्दाबाद ' का नारा दिया। कृष्ण भक्त , अपनी ग़ज़ल ' चुपके चुपके, रात दिन आँसू बहाना याद है ' के लिए प्रसिद्ध

हसरत मोहानी

ग़ज़ल 69

नज़्म 1

 

अशआर 87

उस ना-ख़ुदा के ज़ुल्म सितम हाए क्या करूँ

कश्ती मिरी डुबोई है साहिल के आस-पास

  • शेयर कीजिए

ख़ूब-रूयों से यारियाँ गईं

दिल की बे-इख़्तियारियाँ गईं

ग़म-ए-आरज़ू का 'हसरत' सबब और क्या बताऊँ

मिरी हिम्मतों की पस्ती मिरे शौक़ की बुलंदी

  • शेयर कीजिए

जबीं पर सादगी नीची निगाहें बात में नरमी

मुख़ातिब कौन कर सकता है तुम को लफ़्ज़-ए-क़ातिल से

  • शेयर कीजिए

तोड़ कर अहद-ए-करम ना-आश्ना हो जाइए

बंदा-परवर जाइए अच्छा ख़फ़ा हो जाइए

नअत 1

 

पुस्तकें 308

चित्र शायरी 12

वीडियो 23

This video is playing from YouTube

वीडियो का सेक्शन
शायरी वीडियो
Kahkashan (Documentary on Hasrat Mohani) Part 1

Kahkashan (Documentary on Hasrat Mohani) Part 2

Kahkashan (Documentary on Hasrat Mohani) Part 3

Kahkashan (Documentary on Hasrat Mohani) Part 4

Kahkashan (Documentary on Hasrat Mohani) Part 5

ऑडियो 28

अपना सा शौक़ औरों में लाएँ कहाँ से हम

आप ने क़द्र कुछ न की दिल की

उन को जो शुग़्ल-ए-नाज़ से फ़ुर्सत न हो सकी

Recitation

संबंधित ब्लॉग

 

"दिल्ली" के और शायर

Recitation

बोलिए