वक़ार मोहसिन की बच्चों की कहानियाँ
बिल्ली के गले में घंटी
आख़िर जोजो ने बिल्ली के गले में घंटी बाँधने का बीड़ा उठाया। बरकत फ़्लोर मिल चूहों की एक क़दीम और वसीअ रियासत थी। गंदुम की बोरियों के साथ सूखी रोटियों की बोरियाँ भी मौजूद होती थीं ताकि दोनों को मिला कर आटा तैयार किया जा सके और यूँ हाजी बरकत अली की आमदनी
एक हिमाक़त एक शरारत
शरारत और हिमाक़त में से कौन बाज़ी ले गया। इसका फ़ैसला आपको करना है। मालूम नहीं कि बचपन का दौर ऐसा ही सुहाना, हसीन, दिल-फ़रेब और सुनहरा होता है या वक़्त की दबीज़ चादर के झरोके से ऐसा लगता है। अब मेरे सामने मेरे ख़ानदान की तीसरी नस्ल के शिगूफ़े परवान चढ़ रहे