हादसा पर चित्र/छाया शायरी
ज़िन्दगी कभी-कभी इन्सान
को उन हालात के मुक़ाबिल कर देती है जिनका सामना करने के लिए वह तैयार नहीं होता। ऐसे हादसे परेशान तो करते हैं लेकिन दुनिया में जीने के आदाब और जीतने के तरीक़े भी सिखा जाते हैं। ऐसे तजुर्बे शायरों को भी बहुत कुछ दे जाते हैं जिन्हें लफ़्ज़ों में ढालने के फ़न उसके पास होता है। ज़िन्दगी के ऐसे ही लम्हों का आइना होती है हादसा शायरी। आइये इधर भी एक निगाह करते हैं ।
![ये जब्र भी देखा है तारीख़ की नज़रों ने ये जब्र भी देखा है तारीख़ की नज़रों ने](https://rekhta.pc.cdn.bitgravity.com/Images/ShayariImages/ye-jabr-bhii-dekhaa-hai-taariikh-kii-nazron-ne-couplets-muzaffar-razmi_medium.png)
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