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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

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हमेशा कि छुट्टी

सआदत हसन मंटो

हमेशा कि छुट्टी

सआदत हसन मंटो

MORE BYसआदत हसन मंटो

    “पकड़ लो... पकड़ लो... देखो जाने पाए।”

    शिकार थोड़ी सी दौड़ धूप के बाद पकड़ लिया गया।

    जब नेज़े उसके आर पार होने के लिए आगे बढ़े तो उसने लर्ज़ां आवाज़ में गिड़गिड़ा कर कहा,

    “मुझे मारो... मुझे मारो... मैं ता'तीलों में अपने घर जा रहा हूँ।”

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