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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

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Quotes on Past

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हमारा अक़ीदा है कि जिसे माज़ी याद नहीं रहता उसकी ज़िंदगी में शायद कभी कुछ हुआ ही नहीं, लेकिन जो अपने माज़ी को याद ही नहीं करना चाहता वो यक़ीनन लोफ़र रहा होगा।

Mushtaq Ahmad Yusufi
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