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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

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रद करें डाउनलोड शेर

गुनाह पर चित्र/छाया शायरी

गुनाह एक ख़ालिस मज़हबी

तसव्वुर है लेकिन शायरों ने उसे बहुत मुख़्तलिफ़ तौर से लिया है। गुनाह का ख़ौफ़ में मुब्तला कर देने वाला ख़याल एक ख़ुश-गवार सूरत में तब्दील हो गया है। ये शायरी आपको गुनाह, सवाब, ख़ैर-ओ-शर के हवाले से बिलकुल एक नए बयानिए से मुतआरिफ़ कराएगी।

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