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रद करें डाउनलोड शेर

बाल कविता पर पहेली

कला और कलाकार की कल्पना-शक्ति

बहुत बलवान होती है। कल्पना-शक्ति के सहारे ही कलाकार नई दुनिया की सैर करता है और गुज़रे हुए वक़्त की यादों को भी शिद्दत के साथ अपनी रचना में बयान करता है। बचपन के सुंदर और कोमल एहसास,उसकी मासूमियत और सच्चे-पन को अपनी रचना में चित्रित करना आसान नहीं होता। लेकिन शायरी जैसी विधा में बचपन के इस एहसास की तर्जुमानी भी की गई है। शायरी या कोई भी रचनात्मक शैली की अपनी सीमा है। इसलिए भाषा की सतह पर बचपन के एहसाह को बयान करने में शायरी की अपनी लाचारी भी है ।बचपन के एहसास से ओत-प्रोत शायरी हमारी इसी नाचारी का बदल है।

गुलाब जामुन

शानुल हक़ हक़्क़ी

क़लम

आदिल असीर देहलवी

माँ-बाप

अता आबिदी

चीनी

ख़ातिर ग़ज़नवी

इल्म

अज्ञात

ख़रगोश

मोहम्मद रफ़ी सौदा

गुलाब

ख़ातिर ग़ज़नवी

क़ैंची

शानुल हक़ हक़्क़ी

मोम-बत्ती

आदिल असीर देहलवी

किताब

शानुल हक़ हक़्क़ी

रुपया

आदिल असीर देहलवी

समोसे

शानुल हक़ हक़्क़ी

सितारे

अज्ञात

क़ुलफ़ी

आदिल असीर देहलवी

रेल गाड़ी

ख़ातिर ग़ज़नवी

ग़ुस्सा

अता आबिदी

मच्छर

अता आबिदी

तराज़ू

शानुल हक़ हक़्क़ी

हाथी

शानुल हक़ हक़्क़ी

क़सम

अज्ञात

पतंग

अज्ञात

पसीना

अज्ञात

मिर्च

अज्ञात

कुर्सी

शानुल हक़ हक़्क़ी

मोर

अज्ञात

अँगूठी

अज्ञात

ज़बान

अज्ञात

ओस

अज्ञात

आईना

अता आबिदी

जोंक

अज्ञात

ताला क़ुफ़्ल

शानुल हक़ हक़्क़ी

गन्ना

अज्ञात

कढ़ाई तवा

अज्ञात

परछाईं

सय्यद वसी हैदर

आँख

अता आबिदी

मच्छर

अज्ञात

खरबूज़

अज्ञात

चराग़

अज्ञात

पोलाव ख़याली

अता आबिदी

ताड़

अज्ञात

अनार

अज्ञात

अजवाइन

अज्ञात

गोमा घास

अज्ञात

तकिया

शानुल हक़ हक़्क़ी

दिया सलाई

अज्ञात

चोबदार

अज्ञात

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