सफ़र पर चित्र/छाया शायरी

सफ़र दुनिया के अलग-अलग

हिस्सों में बिखरी ज़िन्दगी को समझने का वसीला है और ज़िन्दगी की रवानी का इस्तिआरा भी। शायरों ने सफ़र की मुश्किलों और इस से हासिल होने वाली ख़ुशियों का अलग-अलग ढंग से इज़हार किया है। यह शायरी ज़िन्दगी के मुश्किल लम्हों में हौसले का ज़रिया भी हैं। आइये निकलते है सफ़र शायरी के दिलचस्प सफ़र पर रेख़्ता के साथ।

किसी को घर से निकलते ही मिल गई मंज़िल

किसी को घर से निकलते ही मिल गई मंज़िल

किसी को घर से निकलते ही मिल गई मंज़िल

Jashn-e-Rekhta | 2-3-4 December 2022 - Major Dhyan Chand National Stadium, Near India Gate, New Delhi

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